तक्रारिष्ट के फायदे नुकसान और सेवन विधि | Takrarishta Benefits and Uses in Hindi
तक्रारिष्ट पूर्णतया आयुर्वेदिक औषधि है जो बिना डॉक्टर की पर्ची के बाजार में आसानी से उपलब्ध है। तक्रारिष्ट के सेवन से आप अतिसार, ग्रहणी, बदहजमी, पेट में दर्द, आंतों की कमजोरी, रस – रक्त आदि धातुओं की कमी को दूर करने के लिए यह एक रामबाण औषधि का काम करता है। इसके साथ-साथ इसके और भी अनेकों फायदे हैं जिनके बारे में आज हम विस्तार से जानेंगे। अतः आप इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें।
तो आइए जानते हैं – तक्रारिष्ट के फायदे नुकसान और सेवन विधि ( Takrarishta Benefits and Uses in Hindi ) के बारे में।
तक्रारिष्ट के मुख्य घटक
अजवाइन, आमला, हर्रे, काली मिर्च प्रत्येक 12 – 12 तोला, पाँचों नमक प्रत्येक 4 तोला, इनका चूर्ण बनाकर, एकपात्र में डालकर उसमें तक्र 6 सेर, 6 छटांक, 2 तोला डाल दें और पात्र का मुख्य बंद कर दें, उसके एक महीने बाद छानकर रख लें।
-भै. र.
वक्तव्य
ग्रंथ के मूल पाठ में तक्र का परिमाण नहीं है, अतः श्री नरेंद्र नाथ मिश्र कृत रत्नोंज़्वला टीका के अनुसार 2 आढ़क ( 6 सेर, 6 छटांक, 2 तोला ) परिमाण दिया गया है।
गुण और उपयोग
यह उत्तम दीपन – पाचन है तथा शोथ, गुल्म, अर्श, प्रमेह, ग्रहणी, अतिसार और उदर रोगों को नष्ट करता है।
इसका प्रयोग ग्रहणी और अतिसार में – जबकि ये रोग पुराने हो गए हों, किसी भी दवा से लाभ मिलता नहीं दिख रहा हो, आँतें कमजोर होकर अपना कार्य करने में असमर्थ हो गई हों, ग्रहणी निर्बल हो गई हो, अन्न की पाचन क्रिया ठीक से ना हो रही हो, पतले दस्त या अनपचे दस्त होते हों, भूख न लगती हो, यदि कुछ भी खा लेने पर ठीक से हजम ना होता हो, पेट में दर्द हो, कमजोरी, रस – रक्त आदि धातुओं की कमी हो गई हो, हाथ पांव सूज जाएं आदि विकार होने पर इसके सेवन से बहुत अधिक लाभ होता है।
यह अग्नि को दीप्त कर मंदअग्नि को नष्ट करता है तथा यकृत क्रिया को उत्तेजित कर तथा पाचक रस का अधिक निर्माण कर पाचन शक्ति को बढ़ाता है, एवं तक्र के मौलिक गुण अम्ल और ग्राही, लघु, पाचन, दीपन आदि के कारण भी यह श्रेष्ठ दीपक, पाचक, रुचिकारक और मल को बांधने वाला है।
तक्रारिष्ट के नुकसान | Takrarishta Side Effects in Hindi
यह पूर्णतया सुरक्षित और आयुर्वेदिक औषधि है। आयुर्वेद सार संग्रह नामक पुस्तक में भी इससे होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान का वर्णन नहीं मिलता।
यह भी पढ़ें – पैरालाइसिस, एसिडिटी, मधुमेह, स्वप्नदोष, शीघ्रपतन तथा हृदय रोगों की रामबाण औषधि योगेंद्र रस के फायदे और नुकसान
तक्रारिष्ट की मात्रा, अनुपान और सेवन विधि | Dosage and intake method of Takrarishta
एक तोला से 2 तोला प्रातः सायं बराबर मात्रा में जल मिलाकर सेवन करें।
तक्रारिष्ट की कीमत | price of Takrarishta
आप इसे बिना डॉक्टर की पर्ची के बाजार से बड़ी आसानी से खरीद सकते हैं।
Purndhenu तक्रारिष्ट 500ml की एक बोतल की कीमत 399₹ है।
अगर आप भी पतले दस्त या अनपचे दस्त, पेट में दर्द, कमजोरी, रस – रक्त आदि धातुओं की कमी, हाथ – पांव में सूजन, आँतों की कमजोरी, मंदअग्नि तथा पाचन क्रिया की गड़बड़ी से परेशान हैं तो आज ही हमारे आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें।
हमारा पता है –
हैड ऑफिस – मैन बरोना रोड़, निकट मटिण्डू चौक, खरखौदा हरियाणा।
ब्रांच ऑफिस – मैन झज्जर रोड़, स्वराज ट्रैक्टर एजेंसी के सामने, निकट स्वास्तिक हॉस्पिटल, बहादुरगढ़ हरियाणा।
अनंत क्लीनिक के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक को इस तरह के सभी रोगों का इलाज करने में महारत हासिल है। अब तक यहां से अनेकों रोगी अपना इलाज करवा कर सुखी और स्वस्थ जीवन का आनंद ले रहे हैं, अगर आप भी ऊपर लिखी किसी बिमारी से परेशान हैं तो आज ही संपर्क करें।
यह भी पढ़ें – धात, स्वप्नदोष तथा कमजोरी के लिए धातु पोष्टिक चूरण के फायदे ओर नुकसान।
यह भी पढ़ें – पुरुषों में इच्छाशक्ति की कमी के कारण लक्षण ओर उपचार।
यह भी पढ़ें – स्वप्नदोष के लिए कुक्कुटाण्डत्वक् भस्म के फायदे नुकसान और सेवन विधि।
संदर्भ:- आयुर्वेद-सारसंग्रह श्री बैद्यनाथ भवन लि. पृ. सं. 736