महाभृंगराज तेल एक ऐसा आयुर्वेदिक तेल है, जो आपके बालों की हर समस्या का समाधान करने में सक्षम है, और वह भी बिना किसी साइड इफेक्ट के। इसके अलावा सिर दर्द, आंख तथा कान के रोग व मानसिक तनाव को दूर करने में भी यह तेल अत्यंत गुणकारी है। आज हम इसके बारे में पूरी जानकारी आपके लिए लेकर आए हैं।
महा भृंगराज तेल के मुख्य घटक
तिल तेल (मूर्छित) 128 तोला, भृंगराज का स्वरस या क्वाथ 512 तोला लें। तत्पश्चात मंजीठ, पद्मकाष्ठ, लोध, लाल चन्दन, गैरिक, खरेंटी का पंचांग, हल्दी, दारूहल्दी, नागकेसर, प्रियंगु, मुलेठी, प्रपोण्डरीक (कमल फूल), अनन्तमूल प्रत्येक 4-4 तोला लेकर, कूटकर दुग्ध से पीसकर कल्क बना लें। फिर एक कड़ाही में तिल तेल, भृंगराज स्वरस तथा कल्क को डालकर तेल – पाक विधि से पकावें। तेल सिद्ध हो जाने पर, छानकर पात्र में भरकर रख लें।
– भै. र.
महा भृंगराज तेल के गुण और उपयोग
1 – अगर आप भी रूखे और बेजान बालों से परेशान है। तो इस तेल का प्रयोग अवश्य करें, क्योंकि यह तेल रूखे बालों में जान डाल कर उन्हें फिर से चमकदार बनाता है।
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2 – अगर आपके बाल पतले, दो मुंहे या झड़ने शुरू हो गए हैं, तो इस अवस्था में भी भृंगराज तेल का उपयोग अत्यंत गुणकारी है। इसके लिए आपको भृंगराज तेल को बालों की जड़ों में लगाकर धीरे-धीरे मालिश करनी है। मालिश के आधे घंटे बाद एक टावल को गर्म पानी में भिगकर निचोड़ कर बालों के ऊपर लपेट लें और 1 घंटे तक ऐसे ही रखें उसके बाद आप शैंपू या कंडीशनर से अपने बाल धो सकते हैं। इस क्रम को नियमित करने से आपके पतले बाल मोटे होने शुरू हो जाएंगे और घने होकर झड़ने भी बंद हो जाएंगे।
3 – महाभृंगराज तेल बालों का असमय सफेद होना व झड़ना रोककर बालों को काले घुंघराले और चिकने बनाता है। इसकी नियमित मालिश करने से बालों का गिरना बंद होकर, यह नए बाल उगाने में भी आपकी मदद करता है।
4 – सिरदर्द व मानसिक तनाव होने पर इस तेल की मालिश करने से यह इन दोनों दोषों को दूर करने में बहुत ही गुणकारी है।
5 – कान तथा आंख के रोगों में भी नस्य लेने तथा मालिश करने से बहुत अच्छा लाभ होता है। महाभृंगराज तेल में भृंगराज की अधिकता होने के कारण यह आपकी आंखों की ज्योति बढ़ाने में भी मदद करता है।
इन बातों का विशेष ध्यान रखें
बालों को लेकर आपकी जो भी समस्या है, बालों में रूखापन, बाल गिरना शुरू हो गए हैं, रूसी या डैंड्रफ, बाल असमय सफेद होना इन सब के पीछे, आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में फास्ट फूड का अत्यधिक मात्रा में सेवन करना। इसके अलावा काम का अधिक प्रेशर, हर समय कुछ न कुछ सोचते रहना, डिप्रेशन में रहना आदि कुछ मुख्य कारणों में से एक हैं। अतः इनको भी दूर करने का प्रयास करें उससे भी आपके बालों के रोग दूर करने में आपको मदद मिलेगी।
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तेल लगाने की विधि
इसे भी दूसरे आम तेलों की तरह ही बालों में लगाया जाता है। इस तेल को बालों की जड़ों में लगाकर हल्के हाथ से मालिश करने से उत्तम लाभ होता है।
संदर्भ:- आयुर्वेद-सारसंग्रह. श्री बैद्यनाथ भवन लि. पृ. सं. 794
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